पक्षियों की रक्षार्थ आगे आएं, वैदिक धर्म निभाएं : विनोद बंसल

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आर्य समाज सन्त नगर ने घर-घर पहुंचाए पक्षी पेय-जल पात्र (परिंडे)

 नई दिल्ली। 

दिल्ली की चिल-चिलाती धूप की तपिश से पक्षियों को कुछ राहत पहुंचाने हेतु आर्य समाज सन्त नगर द्वारा आज पक्षी पेय-जल पात्र (परिंडे) वितरित किए गए। दक्षिणी दिल्ली के सन्त नगर में घर-घर जाकर एक एक परिंडा देकर निवेदन किया गया कि गृह स्वामी इन परिंडों में जल भर कर ऐसे स्थान पर रखें जहां अधिकाधिक पक्षी आसानी से पेय-जल ग्रहण कर सकें। वितरण से पूर्व एक यज्ञ का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि वेदों में बलि-वैश्वदेव यज्ञ का विधान उन सभी प्राणियों के कल्याण के लिए ही किया गया है जो मानवों से इतर हैं। उनकी रक्षा, संरक्षण व संवर्धन हम सभी का परम कर्तव्य है। यूं तो हिंदू समाज द्वारा पक्षियों को दाना-पानी व अन्य संरक्षण देने की परंपरा अनादिकाल से चली आ रही है किन्तु गत कुछ दशकों में तेजी से बढे औद्योगिकीकरण, सड़कों पर बढ़ते वाहन व अंधाधुंध कटते हुए वृक्षों से बढे प्रदूषण तथा धटते परम्परागत जल संरक्षण श्रोतों ने घर-घर में परिंडों की महत्ता को और बढ़ा दिया है।

          वैदिक विदुषी दर्शनाचार्या विमलेश आर्या के नेतृत्व में सम्पन्न यज्ञ व परिंडा वितरण कार्यक्रम में आर्य समाज मन्दिर के कोषाध्यक्ष वीरेंद्र सूद, संरक्षक विजय कौशिक, संजीव कुमार, श्रीमती हितेश, पार्वती देवी व नन्हा बालक नील सहित अनेक लोग सामिल थे।

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।