मतदाता जागरूकता अभियान सरगुजा

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सरगुजा |
मतदाता जागरूकता अभियान के तहत नेशनल ईलेक्सन वाँच एवं सरगुजा स्वीप के कार्ययोजना के अनुसार के.आर. टेक्निकल काँलेज अम्बिकापुर में कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
      इस अवसर पर समाजसेवी राज नारायण द्विवेदी ने मतदान से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी के माध्यम से जागरूक किया । मतदान से स्वयं को और समूदाय को क्या लाभ होता है , विकलांग मतदाताओं के लिए विधानसभा  चुनाव 2018 में विशेष सुविधा क्या है , नोटा बटन क्या है इसका उपयोग कब और कैसे करें  इसकी उपयोगिता  क्यों पड़ी , निश्पक्ष मतदान क्या है , वैलेट पेपर और ईवीएम दोनों में बेहतर कौन है । ईवीएम से निष्पक्ष मतदान , मतदान के बाद सेल्फी कैसे ले , सेल्फी मतदान से क्या फायदा , सेल्फी मतदान केंद्र क्या है आदि विषयों पर परिचर्चा के माध्यम से छात्र-छात्राओं को मतदान के महत्व पर प्रकाश डाला गया । श्री द्विवेदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वास्थ्य लोकतंत्र के लिए शतप्रतिशत मतदान और निष्पक्ष मतदान आवश्यक है । प्रजातंत्र में जनता के लिए जनता के द्वारा बनाई गई एक व्यवस्था प्रणाली है और जब लोग मतदान नही करेंगे तो यह व्यवस्था प्रभावशाली नहीं होगा । जितना ज्यादा मतदान होगा उतना अधिक हमारा प्रजातंत्र मजबूत होगा , इससे हमारा राष्ट्र मजबूत होगा ।
      कार्यक्रम को सम्बोधन करतें हुऐ काँलेज के सहायक प्रचार्य विनय कुमार अम्बष्ट ने कहा कि प्रजातंत्र में चुनाव एक उत्सव है जिसमें सबकी सहभागिता अतिआवश्यक और नितांत जरूरी है , और यह उत्सव तब सफल होगा जब शतप्रतिशत मतदान एवं निष्पक्ष मतदान होगा । जिसके लिए सरकार भरपूर कोशिश कर रही है । जिसमें सहयोग करना हम सभी का दायीत्व है । चाईल्ड लाईन की स्मृति एक्का ने कहा कि आज नव मतदाताओं में एक उत्साह दिख रहा है, उनके मन में चुनाव को लेकर एक उमंग की लहर दौड़ रही है इससे लग रहा है कि प्रजातंत्र की नीव मजबूत होगी ।
      कार्यक्रम में छात्र -छात्राओं को शतप्रतिशत मतदान के लिए श्री द्विवेदी के द्वारा सपथ भी  दिलाया गया । एक वार्ता का भी आयोजन किया गया “काश ! मै सरपंच होता ” इस वार्ता को छात्रों ने काफी पसंद किया । चढ़बढ़ खुब हिस्सा लिया । अपनी बात रखी । जब छात्रों से विधायक बनने की बात पुछी गई तो सबने एक संकल्प के साथ कहा कि शिक्षित छत्तीसगढ़ – स्वास्थ्य छत्तीसगढ़ की बात कही ।

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।