सम्मान

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deepmala
सुबह से शाम तक कर्तव्य  निभाने  डटी रहती हूँ |
मैं  अच्छी  हूँ या नही ये  जानने को आतुर  सी
तुम्हारे  समक्ष  खड़ी  रहती  हूँ |
बेटी ,पत्नी ,माँ  हर  रुप  में कर्तव्य  का  निर्वहन
करती  हूँ |
पर  अपने  इन  रूपों  का  सम्मान  खुद  कहाँ
करती  हूँ |
मैंने  सम्मान  माँगा  है ,खुद का किया  नहीं |
इसलिए मुझे सम्मान  मिला  नहीं |
मैं  अक्सर  तुम्हारी  दृष्टी  से  खुद  को  देखती  हूँ |
और  खुद  को  हेय समझ लेती हूँ |
खुद  कमजोर  बन ,तुम्हे  शक्तिशाली  बना  देती  हूँ |
खुद  पराजित  हो ,तुम्हे विजयी  बना  देती हूँ |
अब  मैं  विवश  होकर  तुम्हारे  समक्ष  नही  गिरूँगी |
अब  अपना  सम्मान  मैं  खुद  करूँगी |
जो  अमृत  पान  अब तक  तुम्हे पिलाया ,स्वयं  उसका
पान करूँगी |
मैं  तुम्हारा  अपमान  नही  ,अपितु  स्वयं  का  सम्मान
करूँगी |
नाम-दीपमाला
पता-दतिया(मध्यप्रदेश)
शिक्षा-डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनयरिंग
विधा-कविता, गीत, मुक्तक
मुझे श्रीमती स्वेता जायसवाल जी के द्वारा आपके बारे में पता चला।
उद्देश्य-खुद को पाना
कार्य क्षेत्र-गृहिणी
शीर्षक-सम्मान

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।