हाल ही में एक खबर आई थी कि,वैश्विक स्तर पर दुनिया की सर्वाधिक प्रभावशाली १२४ भाषाओं में हिन्दी का १०वां स्थान है। इसमें यदि हिन्दी की बोलियों और उर्दू को भी मिला दिया जाए तो यह स्थान आठवां हो जाएगा और इस तरह इस सूची में कुल ११३ भाषाएं रह […]

अब आप पासपोर्ट के लिए हिन्दी में भी आवेदन कर सकते हैं। विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने हेतु हिन्दी का भी एक प्रावधान रखा है। दरअसल,यह कदम हाल ही में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा अधिकारिक भाषा पर आधारित संसद समिति की नौवीं रिपोर्ट में भाषा को […]

मुझे स्टार एलायंस की ओर से एक ई-मेल प्राप्त हुआ,जिसमें उन्होंने मुझसे मेरी पिछली हवाई यात्रा के अनुभव के बारे में कुछ प्रश्नों के उत्तर देने का अनुरोध किया था। स्टार एलायंस विमान कंपनियों का एक गठबंधन-समूह है,जिसमें एयर इंडिया सहित विश्व की अनेक विमान कंपनियां शामिल हैंl जब मैं […]

कोर्ट ने न्यायिक सेवा समिति को निर्देश दिया-वह हिन्दी में दाखिल संजय कुमार की याचिका का अंग्रेजी में अनुवाद करने में मदद करे। नई दिल्ली |सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर हिन्दी अड़ गई है। दशकों पहले जिस सुप्रीम कोर्ट ने जाने-माने राजनेता राज नारायण को हिन्दी में बहस करने […]

मोदी सरकार सरकार की योजनाओं और जानकारियों को आमजन तक पहुंचाने के लिए पहल कर रही है। इसी दिशा में सरकार की 30 हजार से अधिक वेबसाइट अगले डेढ़ साल में हिन्दी समेत 12 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ई-भाषा योजना पर कवायद तेज हो गई है। […]

7

इन्दौर। व्यंग्य विधा के श्रेष्ठ कवि और इन्दौर निवासी समाजसेवी प्रीतमसिंह ‘ज़ख्मी’ का रविवार रात औरंगाबाद में  अकस्मात निधन हो गया है। एक उत्कृष्ट रचनाकार का यूँ  चले जाना शहर,प्रदेश और देश के हिन्दी कवियों, कवि सम्मेलनों और हिन्दी कविता के लिए अपूरणीय क्षति है। ‘मातृभाषा’. कॉम परिवार ईश्वर से […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।