सेवा में माननीय महोदय, यह जान कर अत्यंत दु:ख हुआ कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने प्रदेश के प्राथमिक और माध्यमिक सरकारी तथा सरकारी मान्यता-प्ररत स्कूलों में हिन्दी के स्थान पर अंग्रेज़ी को शिक्षा-माध्यम अपनाने के लिए निर्देश दिए हैं। साथ ही भविष्य में सरकार स्वयं भी अंग्रेज़ी माध्यम के […]

रविवार को विहिप मुख्यालय में अंतिम दर्शन, सोमवार सुबह 9 बजे निगम बोध पर अंत्येष्टि विनोद बंसल (राष्ट्रीय प्रवक्ता) विश्व हिन्दू परिषद् Post Views: 441

भारत के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए बेहतरीन अवसर नागदा ( धार ) | नवोदय क्रांति नेशनल मोटिवेटर गोपाल कौशल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया की भारत के सरकारी स्कूलों में पढने वाले बच्चों के लिए एक बेहतरीन अवसर लेकर आया है अमेरिका का एक संस्थान “सत्यमेव जयते […]

एकता,शांति और सम्रद्धि के लिए अध्यात्म जरूरी विषय पर ब्रह्माकुमारी का वैश्विक शिखर सम्मेलन 27 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक आबू रोड़ के शांतिवन जो कि ब्रह्माकुमारीज का अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय भी है,के भव्य परिसर में आयोजित हो रहा है।इस सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर 28 सितम्बर को भारत के उपराष्ट्रपति […]

शा उत्कृष्ट उ मा वि आगर मालवा (म प्र) के राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षक डाॅ दशरथ मसानिया ने छात्रों तथा शिक्षकों के लिये हिन्दी नवाचार शैक्षणिक सामग्री दोहों तथा चौपाइयों मे संकलन कर गेय बनाया है। जो कक्षा 9 से 12 तक छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है । इसमें हिन्दी […]

माउंट आबू में अखिल भारतीय मीडिया सम्मेलन का आयोजन,देश विदेश के दो हजार पत्रकार ले रहे है भाग ब्रह्माकुमारीज एवं आर ई आर एफ की भगिनी संस्था, ” मीडिया प्रभाग ” के संयुक्त तत्वावधान में एक अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन माउंट आबू के शांतिवन के कांफ्रेंस हॉल में किया […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।