इंदौर । हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के उद्देश्य से कार्यरत मातृभाषा उन्नयन संस्थान व हिन्दी ग्राम को वाचिक परंपरा के दिग्गज डॉ. कुँवर बैचैन, डॉ. विष्णु सक्सेना, शबीना अदीब,डॉ पॉपुलर मेरठी, डॉ. शारिक कैफ़ी का साथ व स्नेह मिला। स्टेट प्रेस क्लब द्वारा आयोजित भारतीय पत्रकारिता महोत्सव में भाग लेने […]

भवानीमंडी| “अभियान चंद्रयान- टू “::: साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के सौजन्य से अभियान चंद्रयान टू पुस्तक का निर्माण संस्थान के साहित्य कारों की उत्कृष्ठ कृतियों का संगम है,मुख्य सम्पादिका डॉ० कुमुद श्रीवास्तव वर्मा कुमुदिनी जी ( मुख्य मीडिया प्रभारी उत्तर- प्रदेश सा.सं.संस्थान) ने राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राजेश पुरोहित को बताया […]

बालसभा में बच्चों ने दी उम्दा प्रस्तुतियां,प्रतिभागी बच्चे हुए सम्मानित पढ़ें-लिखें,आगे-बढ़ें छू लें आसां ऐसे पंख लगा दो…. नागदा (धार ) – बचपन के दिन कितने हसीन.. कई सीख देते बचपन के दिन ..ऊंच-नीच हम ,कुछ न जाने..हम तो सबको अपना मानें जैसी काव्य पंक्तियों से बालसभा में फैजान शाह,माही […]

कार्यक्रम संयोजक नवीन कुमार भट्ट नीर ने बताया कि साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा फेसबुक पटल पर 25 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2019 तक “एक खत हिंदी के उत्थान पर” साहित्य संगम के नाम पत्र लिखकर कार्यक्रम को सफल बनाने वाले प्रतिभागियों को हिंदी साधक सम्मान से नवाजा गया है।ज्ञातव्य […]

नई दिल्ली | 08 नवंबर शाम को भारत के प्रमुख हिन्दी समाचार एवं विचार वेब पोर्टल प्रभासाक्षी ने अपनी 18वीं वर्षगांठ पर उल्लेखनीय लेखन, हिन्दी सेवा, पत्रकारिता के लिए बागरा कस्बे के देवेंद्रराज सुथार को ‘हिन्दी सेवा सम्मान’ से सम्मानित किया। कांस्टीटूशनल क्लब नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।