इंदौर। सर्वोदय अहिंसा ट्रस्ट एवं मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा गुरुवार को डिजिटल परिचर्चा ‘रसानुभूति’ का आयोजन किया गया जिसमें भोपाल के वरिष्ठ साहित्यकार  मनोज जैन मधुर एवं मुम्बई के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. महेन्द्र जैन मुकुर बतौर वक्ता सम्मिलित हुए, परिचर्चा का संचालन भोपाल दूरदर्शन के एंकर व संपादक अंकुर शास्त्री […]

रुड़की | ख्यातिलब्ध शिक्षाविद डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ को भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय से सम्बद्ध नेशनल बुक ट्रस्ट के ट्रस्टी व एक्जीक्यूटिव मेम्बर के रूप में तीन वर्ष के लिए नियुक्त किया गया है।साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने बताया कि नेशनल बुक ट्रस्ट ने देशभर के शिक्षाविदों,साहित्यकारों ,लेखको […]

गुरव समाज की महिलाओं द्वारा घर पर ही हर्बल सेनेटाइजर बना कर उपयोग किया जा रहा है। अपने आसपास उपलब्ध बहुमूल्य निशुल्क साधनों से सबसे सस्ता, सुंदर और लाभदायक स्वदेशी स्वनिर्मित हर्बल सेनीटाईज़र बनाया जा रहा है। उन्हें यह प्रेणना प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर अभियान लोकल फ़ॉर वोकल से मिली […]

डॉ जैन को पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित इंदौर। हिंदी प्रचार के लिए प्रतिबद्ध मातृभाषा उन्नयन संस्थान की वार्षिक साधारण सभा रविवार को दोपहर चार बजे डिजिटल रूप से आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन ‘अविचल’ ने की। शारदे वंदना से आरंभ साधारण सभा का […]

हिंदी कवि सम्मेलन मंचों पर गीतों की मिठास है नरेंद्रपाल जैन इंदौर। राजस्थान की धरती ने साहित्य और देश को न केवल शौर्य और बलिदान सौंपा है बल्कि ऐसे हीरे भी दिए है जिनका कार्य, लेखन और सक्रिय कर्मठता आज काबिल ए तारीफ़ हैं। हिंदी कवि सम्मेलनों के मंच जिसकी […]

योग-यज्ञ कर लिया चीनी बहिष्कार का संकल्प, सत्यार्थ प्रकाश के परीक्षार्थियों को किया पुरुस्कृत जारीकर्ता विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता, विश्व हिंदू परिषद Post Views: 246

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।