इलेक्ट्रॉनिक हिंदी साहित्य के आनलाइन काव्य सम्मेलनों में अब तक के सबसे बड़े काव्योत्सव के रूप में सम्पन्न हुआ देश के विभिन्न प्रांतों से 122 जेष्ठ-श्रेष्ठ कवियों ने लिया हिस्सा मिथलेश सिंह ‘मिलिंद’ (आजमगढ़) , साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के अध्यक्ष राजवीर सिंह मंत्र जी के तत्वावधान में काव्य मंच […]

प्रेरणा जनसहयोग फाउण्डेशन  टीम हरियाणा द्वारा कोरोना लाकडाउन में आगर के राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत शिक्षक डॉ दशरथ मसानिया द्वारा विगत 4 माह में जो शैक्षणिक नवाचार कर सोशल मीडिया के माध्यम से देशभर के छात्रों तक पहुंचाया । इस सृजनात्मक कार्य को देखते हुए फाउण्डेशन ने डाॅ मसानिया को कोरोना […]

इंदौर। लॉक डाउन काल के दौरान जनमानस को अवसाद से मुक्त करने की दिशा में मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा एक युद्ध अवसाद के विरुद्ध चलाया गया, जिसके अंतर्गत कवि मुकेश मोलवा एवं कवि हिमान्शु भावसार हिन्द के फेसबुक पृष्ठ से लाइव कवि सम्मेलन आयोजित किए गए। इस दौरान कवि सम्मेलन […]

चीनी सैनिकों द्वारा गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों पर किए गए हमले का गुस्सा बालमन पर भी बड़ा गहरा पड़ा है। शहर के बच्चों ने मेड इन चाइना के खिलौनों का विरोध भी शुरू कर दिया है। बच्चों का कहना है कि जो देश हमारे सैनिकों पर बेवजह हमला करता […]

आगरा | गुरूपूर्णिमा के पावन अवसर पर बृजलोक साहित्य कला संस्कृति अकादमी के सौजन्य से एक ऑनलाइन साहित्य साधना एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया | जिसमें देशभर के कलम साधकों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई | जिनमें प्रमुख हैं – डॉ. तुमुल विजय शास्त्री (चन्दौसी – उ. प्र.), […]

*साहित्य की ये सरिता यूँ ही अविरल बहती रहे:- कुशवाह* भवानीमंडी | अखिल भारतीय साहित्य परिषद इकाई भवानीमंडी द्वारा प्रकाशित साहित्य दर्शन ई पत्रिका के चतुर्थ अंक पावस प्रकृति और प्रीति का विमोचन भव्य ऑनलाइन विमोचन समारोह में सोमवार को मुख्य अतिथि भंवरसिंह कुशवाह प्रधान संपादक बालाजी टाइम्स के कर कमलों […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।