जल की बूंदें जीवन धारा, जल से जीव जगत है सारा। जल से धरती की हरियाली, जल ही भोजन की थाली। हृदय में धड़़कन है जल की, जलहै जीवन आशा कल की। […]
सत्ताईस नवंबर शुभ दिन आया। उन्नीस सौ सात साल कहलाया।। जन्म वसुधा पर बालक ने पाया। कायस्थ श्रीवास्तव कुल हर्षाया।। पिता प्रताप नारायणजी का प्यारा। माँ सरस्वती देवी का राज दुलारा। इलाहाबाद नगर, प्रतापगढ़ प्यारा। धन्य वसुंधरा बाबू पट्टी ग्राम सारा।। पाणिग्रहण का मंगलमय दिन आया। श्यामादेवी,तेजी सूरी से ब्याह […]