कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को हैं अहोई अष्टमी का पर्व आता। जो कोई इन का व्रत करता। पुत्र प्राप्ति रत्न पाता। हे अहोई माता सब को पुत्र देनी वाली, जो भक्त आप के चरण वंदन करें, उस के घर खुशियों के दीप जले। मेरे घर और परिवार को […]
रश्मिरथी डॉ कुँअर बेचैन: गीत की अंगड़ाई से कविता के यौवन तक डॉ अर्पण जैन ‘अविचल’ दुख ने तो सीख लिया आगे-आगे बढ़ना ही और सुख सीख रहे पीछे-पीछे हटना सपनों ने सीख लिया टूटने का ढंग और सीख लिया आँसुओं ने आँखों में सिमटना पलकों ने पल-पल चुभने की बात सीखी बार-बार […]
जब से मी टू का वायरस फैला है, तब से अच्छे-अच्छो के कच्छे उतर कर खूंटी पर टंग रहे हैं। जिनके चौखटां पर लोगों को अगाध श्रद्धा का भाव था, वह भाव-भजन बेआबरु हो कर गंदे गटर में सरकता जा रहा है, बहता जा रहा है। अब खुदा खैर करे […]
हर दम घमंड में चुर, मिट्टी का पुतला बहुत मगरूर । हर पल दूसरे को नीचा दिखाने का लुत्फ उठा रहा है।। मिट्टी में एक दिन मिलना है सभी को पता है उसे । क्यों फिर दूसरे की मिट्टी को छोटा बता रहा है।। छोटा है अस्तित्व मिट्टी के दीया […]
साथियो आज एक ऐसा विषय को लेकर आपके सामने आया हूँ / जिस पर हर इंसान एक दम से वोना हो जाता है/ उसे अच्छे बुरे का ज्ञान होते हुए भी वह असहाय सा दिखता है /और ये विषय है नारी की जिद्द ? बड़े बड़े विद्धमान लोग भी इस […]
अमृता प्रीतम की पुण्यतिथि 31 अक्टूबर पर विशेष…………. अमृता प्रीतम की रचनाओं को पढ़कर हमेशा सुकून मिलता है. शायद इसलिए कि उन्होंने भी वही लिखा जिसे उन्होंने जिया. अमृता प्रीतम ने ज़िंदगी के विभिन्न रंगों को अपने शब्दों में पिरोकर रचनाओं के रूप में दुनिया के सामने रखा. पंजाब के गुजरांवाला में […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।