मैं आधुनिक नारी हूँ सशक्तिकरण की पहचान हुँ मैं अबला नादान नही हुँ मैं आधुनिक नारी हूँ । इक्कीसवीं सदी ने दी है नारी उन्मुक्ता की आस है मैं आज हर्षित गर्वित हुँ मैं आधुनिक नारी हूँ । घर आंगन से खेल मैदान तक हु तकनीक का उपयोग करती हूँ […]

जब अपरिमित शून्य में मन को मिले सोते गरल के लेखनी के अश्रु छलके , सिंधु ज्यों नमकीन जल के शुभ्र कागज का धरातल , सावनी सपने सँजोये भावना हल को चलाये , अक्षरों के बीज बोये रूप धरते भाव सारे , खेत में तब कृषक-दल के लेखनी के अश्रु […]

कक्षा में वाद-विवाद प्रतियोगिता में भाग ले रहे लड़के-लड़कियों का उत्साह बढ़-चढ़कर बोल रहा था। विषय था ‘आजादी के बाद प्रगति।’ लड़कियों का पलड़ा भारी था। वाद-विवाद प्रतियोगिता में हर पक्ष के सकारात्मक मुद्दे को अंक बढ़ाकर और नकारात्मक मुद्दे पर घटाकर अंक दिए जा रहे थे। अंत में निर्णायक-मंडल एक […]

हम यूँ कैद हुए लम्हों की बस्ती में, जैसे शाम दरख्तों की परछाइयों मेंl धीरे-धीरे सूरज ढलने लगा संध्या सजी वृक्ष पल्लवों में, रात रानी हुई,महकने लगी पूनम का चाँद मुस्कुराने लगाl चाँदनी का आँचल लहराया, जमीं पे जुगनू जगमगाने लगे तारों की महफ़िल आसमाँ पर, बादल गीत खुशी के […]

  कक्षा में रक्त के विभिन्न समूहों की चर्चा चल रह रही थी। गीता मैडम श्याम पट्ट पर रक्त की बूँदों के चित्र बनाकर ‘रक्त समूह’ के नाम लिख रही थीं। तभी सविता ने कुछ कहने के लिए हाथ उठाया और खड़ी हो गई। `मैडम, मेरे पडौ़स में रहने वाले […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।