लोकतंत्र का अभिमान हूँ मैं भारत का संविधान हूँ। मुझमे बसा है भारत देखो हिंदुस्तान की जान हूँ। । मैने समता सम्प्रुभता से भारत को सींचा था। बाबा के सपनों में मैंने समाज वाद भी देखा था।। टूटे मेरे सपने स्वराज के राजघाट में लेटा हूँ। संसद के गलियारों में […]