हायकू उदास शाम.. गमगीन हवाएं तन्हा मौसम। गहरे पल, अधूरा एक ख़्वाब. सांसें बोझिल। सुहानी याद, बैचेन-सा मौसम.. भीगे हम। बिखरे रंग, लहराता है आंचल.. हँसे आँगन। #आभा चन्द्रा परिचय : वर्तमान में लखनऊ में विद्यालय में कार्यरत आभा चन्द्रा की सम्प्रति स्वतन्त्र लेखन से है। आपकी लेखन […]