अमरनाथ में शिव भक्तों पर कहर तोड़ने वालों। धर्म आस्था में हिंसा का जहर घोलने वालों। कायर हो तुम श्वान वंश के लानत तेरी हरकत पर। कायरता भी शर्मसार है तेरी गंदी फितरत पर। शिवभक्तों का लहू पुकारे अब तो जागो मोदी जी। निंदा नहीं मिसाइल अपनी अब तो दागो […]
alok
मैंने…कब चाही अपने प्रेम की विलक्षण परिभाषा…। कब की…तुमसे मिलन की आशा..। मैंने कब चाहा तुम्हारे, मखमली आलिंगन का अधिकार ..। मैंने..कब चाहा तुमसे, चिर मिलन,समर्पण,या प्यार …। मेरे प्रेम को, नहीं चाहिए, शरीर का आकार…। यौवन का ..,ज्वार…। देह का ….चंदन …। शिराओं का…स्पंदन..। मैं तो प्यासा हूँ, उन्मुक्त […]