माँ सदा ममता सागर की कष्ट झेलती जीवन दायनी है पतित पावनी। माँ लेती खबर डाटकर पटकार के ममत्व देकर खुशी मनाकर। माँ देती सदा ही आर्शीवाद दूधो नहाओ फलो पूतो तुम सदा संस्कार लाओ। #नवीन कुमार भट्ट परिचय : पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट उपनाम- “नीर” वर्तमान पता-ग्राम मझगवाँ पो.सरसवाही जिला-उमरिया […]

दुखों के वन में ख़ुशी की गोरैया आती, खिड़की की बारीक़ जाली से देखती हैं घर की दीवारों में, रंगीन चित्रों पर जब काले साए, एक पल तो सहम जाती है अपने पंखों में छिप जाती है, प्रयास करती है उड़ जाने को, खुले नीले अम्बर में पर नहीं कहती […]

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आई फिर एक रात, तारों वाली यादों वाली, कैसी नींद खुली आँखें, कोरे ख्वाब। पर नहीं, साथ कभी देता है प्रियतम, जो रहता है आसमाँ के पार। तेज़ साँसों की ध्वनि, देती है सुनाई हवा के साथ, बस जाती है खुशबू साँसों में। देखो न, सुनो न इतने बेरहम तो […]

चौकी-चूल्हा छोड़ चली है देखो अब भारत की नारी। देशहित में रण में पहुँची है अब भारत की ये नारी॥ बन रानी झांसी की देखो कहर अपना बरपाएगी। कल तक शबनम थी देखो,आज शोला बन झुलसाएगी॥ चली है रण में लिए हौंसला,जलवा नया दिखाएगी। प्रहरी-रक्षक बन ये,अपने लाज वतन की […]

हाथों में अंगार दिल में ज्वाला लिए निकला हूँ, आज फिर सीने में हिन्द की तस्वीर लिए निकला हूँ। माँ भारती का पुत्र हूँ॥ आँखों में जोश तो दिल में दर्द लिए निकला हूँ, हिन्द का सिपाही हूँ,नारा जय हिन्द के लिए निकला हूँ। हाथों में खड्ग,ढाल,बारूद लिए निकला हूँ॥ […]

आज महफिल है हंसी हो, कुछ जवां से आप भी, आज फिर दिल के बहकने का इरादा-सा है क्या। कह नहीं सकते जुबां से, और दिल खामोश है कौन है वो कोई अपना, कोई बेगाना है क्या। है बसा जो एक सपना, आज आँखों में नया आज राही मन्जिलों को […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।