किसी से नज़रें मिलते ही, दिल लगाया नहीं जाता , हर मिलने वाले को भी ,अपना बनाया नहीं जाता / और जो दिल में, बस जाये एक बार, उन्हें उम्र भर भुलाया नहीं जाता…// माना तेरी हर अदा, मोहब्बत सी लगती है, एक पल की जुदाई भी,  मुद्दत सी लगती […]

नई उमंगें और तरंगे, लेकर आई जनवरी , नहीं होगा कोई सिकवा, और न कोई गम / प्यारी प्यारी यादो को, याद कराती ये फरवरी, जितना चाहो प्यार करो तुम, इस महीने में लोगो // इसके बाद आ रही लेकर, टेंशन बच्चो को, जिसको कहते है हम, मार्च लोगो / […]

जहाँ पर हम होते है, वहां पर आप नहीं होते , जहाँ पर आप होते हो, वहां पर हम नहीं होते  / फिर क्यों हर रोज सपने में, तुम मुझे दिखते हो ,  न हम तुमको जानते है, और न ही तुम मुझे को  // ख्बावो का ये सिलसिला , […]

कभी तानों में कटेगी, कभी तारीफों में, ये जिंदगी है यारों, हर दिन इस तरह से गुजरेगी    / पाना तो बहुत कुछ है, पर वो मिलता नहीं / इसलिए कभी कभी, उदास भी रहती है जिंदगी // आनंद और ख़ुशी में तो ,हर कोई साथ देता है, पर गर्दिश […]

किसी के कहने से, बुरा किसी का हो नहीं सकता / की जब तक तुम्हारे, पुण्य कर्मो का उदय है लोगो / तुम्हे कोई कष्ट, कभी भी दे नहीं सकता / इसलिए तो कहते है, की धर्म सदा ही तुम करो // लिखा है जो, तुम्हारी किस्मत में / वो […]

किसी के कहने से, बुरा किसी का हो नहीं सकता / की जब तक तुम्हारे, पुण्य कर्मो का उदय है लोगो / तुम्हे कोई कष्ट, कभी भी दे नहीं सकता / इसलिए तो कहते है, की धर्म सदा ही तुम करो // लिखा है जो, तुम्हारी किस्मत में / वो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।