राम नाम की घून पर अंधकार की धूँध । ज्ञान की कमी नही फिर क्यों फूट ? हर ओर अशांति की क्यों है छूट ? मर्यादा पुरूषोत्तम के देश में मनबढू की क्यों हो रही पूछ ? जिनके नाम से उद्धार है काया उनके ही घर पर क्यों अंधकार छाया […]
शीत बीता बसंत लौटा बहारों का मौसम लौटा फूलों के इस मौसम में भंवरों का यौवन लौटा मस्ती में भंवरों की पुष्प पराग को ललचाती है। आम के मंजरो पर कोयल काली इठलाती गाती गीत सुनाती है। खेतों में पीली सरसों फूलाती बसंती हवा के झोकों पर लहराती नवीन फसलों […]
जगत अपने काम काज निपटा कर ट्रेन पकड़ चुका था।आज वह पिछले छः महीने बाद अपने गाँव लौट रहा था।यहाँ परदेश में कमाकर वो गाँव में खेती करता था।अभी बरसात के सीजन चल रहे थे। इसलिए वो खेतों के बारे में सोचता हुआ ट्रेन में झपकी ले रहा था।उसके साथ […]
मकर संक्रांति विशेष………. तिल गूड की मिठास चहु ओर महकने लगे पतंगे आसमान में दिखने लगे फूलो के बगीचे भी सजने लगे देखो बसंत में सभी हँसने लगे। बसंत की साख पर लोभ तृष्णा ताक पर खेतों की नवीन फसल पर नवीन पकवानों के महक पर खलिहानो की पुआल पर […]
बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल में पढ़ता था।मेरा एक दोस्त जो मेरे साथ ही पढता था। उसे साथ लेने मै अक्सर उसके घर जाया करता था। चूँकि स्कूल दूर थी,और रास्ते सूनसान होते थे तो हम दोनो एक दूसरे को साथ लेकर ही जाते थे । एक […]
नजर का बहाव कहूँ या दिल का लगाव कहूँ असर इस कदर हुआ कि अंदाज बदलने लगे। सुरत लाजवाब कहूँ या तारीफे आफताब कहूँ होठ गुलाब कहूँ या बागों की गुलिस्ता कहूँ असर इस कदर हुआ कि मदहोश होने लगे। गोरे बदन कहूँ या इठलाती चाँद कहूँ गेसूओं को खोलकर […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।