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गधे के भी चर्चे चहुंओर होने लगे,
इसकी वफादारी से प्रेरणा लेने लगे।
समय के मोल का बोध कराते गधे,
इसकी योग्यता पर अच्छे तंज कसे।
हमारी वाणी पर थोड़ा संयम रखें,
शब्दमाला में सकारात्मकता झलके।
पहले सामने वाले की योग्यता देख लें,
चाहे इंसान हो या पशु-पक्षी या गधे।
#गोपाल कौशल
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