हर साँस तुम्हारे नाम लिखूं

0 0
Read Time1 Minute, 13 Second

praveen gahlot
तेरी नशीली आँखों को शराब लिखूंl
पुराने खतों को महकता गुलाब लिखूंll

झुका दे अपनी पलकें मेरी बांहों में।
आ मेरी हर साँस तुम्हारे नाम लिखूंll

मेरी रुह में उतरकर कर दे मुझ पर इनायत।
बअंदाज दैर में बैठ के तुझे महताब लिखूंll

मेरे दिल की हर कु में है अंधेरा ही अंधेरा।
तेरी-मेरी आँखें मिलें तो आफ़ताब लिखूंll

मेरी आँखों में रहती है हमेशा ही वफ़ा।
तेरे दर्द से मेरी दुआओं तक का हिसाब लिखूंll

कोई लैला-मजनूं पढ़ेंगें अरमान से इश्क़ का पाठl
तेरे संग ख़्वाब में बीती जिंदगी की किताब लिखूंll

#प्रवीण गहलोत(अरमान बाबू)
परिचय :  प्रवीण गहलोत राजस्थान के जोधपुर से हैं l आप लेखन में उपनाम-अरमान बाबू लिखते हैंl हिन्दी के साथ ही उर्दू में भी रचना लिखते हैंl आपकी रुचि कविता,नज़्म,गीत और ग़ज़ल लेखन में हैl 
                                                                     

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

बोलो, क्या हो तैयार?

Wed Oct 4 , 2017
मेरी तस्वीर को कैद कर लो, मुझे कैद कर लो। मेरे जिस्म को लेकिन, क्या कर सकते हो कैद? मेरे विचारों को अरमानों को, जज़्बातों को मेरे ख्वाबों को, मेरे इरादों को। नहीं जनाब ये, नामुमकिन है और मुझे यकीन भी है, कि एक न एक दिन तुम यकीं करोगे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।