स्व इच्छा पर नियंत्रण करना है,
कोई सरल कार्य नहीं।
साम्राज्य को त्याग कर ,
कहीं निर्जन में चले जाना, कोई आसान नहीं।
सत्य और अहिंसा का मार्ग,
अपनाना और प्रशस्त करना है कोई आसान नहीं।
अज्ञान का अंधकार हरण कर,
ज्ञान का दीपक प्रज्जवलित करना है कोई आसान नहीं।
अध्यात्म के नाम पर बलि जैसी,
कुप्रथाओं का सर्वनाश करना है, कोई आसान नहीं।
अमानवीय व्यवहार का सर्वनाश कर,
मानवता का पाठ पढ़ाना है, कोई आसान नही।
लेकिन हर असम्भव को सम्भव बनाया जिसने,
हर दुश्वार्य को आसान बनाया जिसने,
उस विद्वान को महावीर कहते हैं।
शत शत नमन हम उनको करते हैं।
#श्रीमती प्रेम मंगल
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, मातृभाषा उन्नयन संस्थान, भारत
इंदौर, मध्यप्रदेश