चलो लौट चलें अब गांव की ओर

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देख लिया जग सारा तुमने
चलो लौट चलें अब गांव की ओर
सदियों से ढोते अपमान ,गंदगी
दरिद्रता ,अत्याचार, लाचारी
बड़ी-बड़ी अट्टालिकायों के पीछे
छिपे उस दोगले इंसानों को
मतलबी, मौकापरस्त, स्वेच्छाचारी
उस चमकते किंतु सिसकते महानगरों से
जहां गरीबी सबसे बड़ी गाली है
जहां पैसा ही भगवान है
दूर छोड़ के बंजर संवेदना को
चलो लौट चलें गांव की ओर
छोटा किंतु अपना और सम्मानित
स्वच्छ हवा, शीतल जल
सच्चे दिल ,सच्ची संवेदनाएं
त्योहारों के रंग बिरंगी मस्ती
बहुत दिया इन शहरों को तुमने
अपनी माटी से पैदा संपदायों को
फिर भी आज तू रोता है
अपनी ही अनाज के सही मूल्य और लागत पर
चूस चूस के लहू तेरा
तेरी काया पिंजर हो गई
पेट ना भर भर पाया तू अपना
उनकी तोंदें मोटी हो गई
चल छोड़ अपनी ही बनाई जंजीरें
बहा पसीना पुनः अपनी मिट्टी
में पैदा कर फिर संपदायें
करें सरकारों को मजबूर
लड़ें एक और लड़ाई
अपने खोए हुए स्वाभिमान को
पराधीनताओं की सीमाओं से हटकर
स्वाबलंबन को पाने की
चलो लौट चलें फिर गांव की ओर ।

स्मिता जैन

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आशा की किरण

Sat May 1 , 2021
आज अंधेरा है,कल उजाला भी आयेगा, आज किसी का है,कल हमारा भी आयेगा। उम्मीद पर है दुनिया कायम ए मेरे दोस्तो, ये अंधेरा इस संसार का कल मिट जायेगा।। रखो आशा की किरण,निराशा से क्या होगा, निराश होकर कभी भी कोई काम नहीं होगा। निराशा मे ही आशा छिपी है […]

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।