हमसब एक ही मालिक के झुनझुने हैं

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ऐ कैसा फैसला है तुम्हारा,
ऐ कैसा राह तुमने चुना हैं !
क्या तुम्हें पता नहीं ?
हम सब एक ही मालिक के झुनझुने हैं।

यहाँ वही अपने हैं,जिसने आपको अपना माना है!
यहाँ तलाशो मत तमीश रिश्तों में यारों,
हम सब तो इस दुनिया में पानी के बुलबुले हैं।

आज मिली है यह हसीन जिंदगी,
जी लो इसे सबके साथ हमदगी से,
बहुत कांटे आपको चुभेंगे ऐ दोस्त यहाँ,
याद रखना अगर नफरत का रास्ते तुम चुनोगे।

यहाँ जीने के दिन है चार केवल,
मगर हमारे मरने के मौके हजार हैं!
मगर हमारे मरने के मौके हजार हैं !!

यहाँ सबसे खुशियों से मिल रह लो,
क्या पता काल कौन सा नया आशियाना होगा तेरा?
आज परिंदे प्यार के उड़ने दे ‘अभय ‘
हटा जो जाल नफरत के तूने अपने मन में बुने हैं !
हटा जो जाल नफरत के तूने अपने मन में बुने हैं!

आकाश सिंह ‘अभय’

कार्बीआंगलोंग(असम)

परिचय-

आकाश सिंह ‘अभय’
कार्बीआँगलोंग,असम

कार्य- प्रिंसिपल, रोंगटर्मी सरकारी स्कूल, असम,

योग्यता- M.com(Accotancy), M.A(hindi), B.Ed. D.el.ed(Double), PGIBO, PG in yoga & Naturopathy. PGDCA . etc.

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।