किसी का अधूरा प्यार हु मैं,,,
किसी के दिल में बेशुमार हु मैं,,,
जिसके बिन महफ़िल में भी तन्हा हुं,,
उसी का निरंतर इंतजार हूँ मैं,,,
जिसकी दूआओ की अरदास हूँ मैं,,
जिसके अधरों की प्यास हूँ मैं,,
मेरे अल्फाजों का किरदार है जो,,
उसी का निरंतर इंतजार हूँ मैं,,,
जो अहसासों में मेरे है बसती,,,
जो मेरी हँसी को है हसंती,,,
जिसके जीवन का श्रृंगार हूँ मैं,,,
उसी का निरंतर इंतजार हूँ मैं,,,
जिसने पनघट पे है पुकारा,,,
जिसका नटखट सा हूँ इशारा,,,
जिसको छू कर भी ना छुआ हो,,,
जिसका आलिंगन संग यार हूँ मैं,,
उसी का निरंतर इंतजार हूँ मैं,,,
#सचिन राणा “हीरो”