मुझे हिन्दू बताती है, तुम्हें…

1
0 0
Read Time56 Second

rakesh dube

मुझे हिन्दू बताती है, तुम्हें मुस्लिम बताती है,
सियासत क्यों हमारे बीच दीवारें उठाती है।
——————–
हमारी बस्तियों से गुम हुए हैं चाँद तारे सब,
किसी से रोशनी क्या दुश्मनी ऐसे निभाती है।
——————–
जिधर देखो हवा की साजिशों ने घर जलाए हैं,
मगर इल्ज़ाम ये दुनिया चराग़ों पर लगाती है।
——————–
निवाले छीन लेती है सदा मुफ़लिस के मुँह से ये,
रहम क़िस्मत गरीबों पर न खाती थी, न खाती है।
——————–
बराबर का नहीं देती है क्यों औरत को हक़ दुनिया,
समझ में आज भी अपनी,नहीं ये बात आती है।
——————-
तुम्हारी बज़्म में आकर बहुत रुसवा हुए ‘गुलशन’,
हमें शामो-सहर ये बात रह-रहकर सताती है।

                                                                #राकेश दुबे ‘गुलशन’

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

One thought on “मुझे हिन्दू बताती है, तुम्हें…

  1. क्या बात है इस कविता में,,
    ये तो सच्चाइयो से अवगत करती है,
    कुछ ना कहें हम तो,
    फिर भी बहुत कुछ ही कह जाती है,

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

वो रंगीन दुनिया होगी

Sat Apr 8 , 2017
अपनी भी ख्वाबों की एक हसीन दुनिया होगी, सफर में मिले हमसफर वो रंगीन दुनिया होगी। जलाए बैठा हूँ आशा के दीप,सूने इस आंगन में, रोशन हो जाए ये घर ऐसी संगीन दुनिया होगी। तन्हा है जिंदगी,न साथी और न कोई दिलदार, निभा दे जो साथ तन्हाई में, नवीन दुनिया […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।