#अविनाश तिवारीजांजगीर चाम्पा(छत्तीसगढ़)
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लो हो गयी छुट्टियां गर्मियों की
मन में जगी आस
अपनों से मिलने उत्सुक है
होगी मीठी बात
कुछ शादियों में जायेंगे जमकर धूम मचाएंगे
बच्चे नाना नानी को नाको चने चबाएंगे
दादा दादी से मिलकर सुनेंगे नई कहानी
टीवी होगा अपना बेट बल्ला होगा जानी
नही घूरेंगे मम्मी पापा चलेगी अपनी मनमानी
छुपम छुपाई खेलेंगे अमरैया में झूमेंगे
तालाब में होगी तबडक तबडक
बड़े मजे से तैरेंगे।
नज़र न लगाना कोई छुट्टी पर
बचपन इसे तरसता है।
मिले गांव की मीठी महक
संस्कार हमे यहीं मिलता है।
सभी बच्चों बड़ों को गर्मी की छुट्टियां की
अनेकाधिक बधाई
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