अपना देश महान है,कहते सारे लोग।
दुख सुख में साथी सभी, करते सारे भोग।।
किसान मेरे देश के, करते हाहाकार।
खाद बीज मिलते नहीं, खेत हुये बेकार।।
गौरव गाथा कह रहा, अपना ये इतिहास।
देश हमारा कह रहा, कैसे हुआ विकास।।
जन जन अब गाने लगा, वन्दे मातरम गान।
मेरे भारत देश की,महिमा बडी महान।।
गाँधी गौतम बुद्ध का, पावन अपना देश।
सदियों से देता रहा, सभी को ये सन्देश।।
विकास के पथ पर बढ़े,देश हमारा आज।
तकनीकी बढ़ती रहे, पूरे हो सब काज।।
बड़े दलों में हो रही, नैतिकता कमजोर।
रसना रोज फिसल रही, व्यर्थ मचाये शोर।।
#राजेश कुमार शर्मा ‘पुरोहित’
परिचय: राजेश कुमार शर्मा ‘पुरोहित’ की जन्मतिथि-५ अगस्त १९७० तथा जन्म स्थान-ओसाव(जिला झालावाड़) है। आप राज्य राजस्थान के भवानीमंडी शहर में रहते हैं। हिन्दी में स्नातकोत्तर किया है और पेशे से शिक्षक(सूलिया)हैं। विधा-गद्य व पद्य दोनों ही है। प्रकाशन में काव्य संकलन आपके नाम है तो,करीब ५० से अधिक साहित्यिक संस्थाओं द्वारा आपको सम्मानित किया जा चुका है। अन्य उपलब्धियों में नशा मुक्ति,जीवदया, पशु कल्याण पखवाड़ों का आयोजन, शाकाहार का प्रचार करने के साथ ही सैकड़ों लोगों को नशामुक्त किया है। आपकी कलम का उद्देश्य-देशसेवा,समाज सुधार तथा सरकारी योजनाओं का प्रचार करना है।