‘महराज मेरा व्यापार में बड़ा नुकसान हो रहा है क्या करें।’
‘बेटा, कोई बात नहीं ईश्वर पर भरोसा रखो।भजन में मन लगाओ। दान पुण्य करो ।सब सही हो जायेगा ।बस धैर्य से काम लो।’
‘महराज मेरी बेटी की शादी नहीं हो पा रही है बहुत परेशान हूं क्या करूं।’
‘कोई बात नहीं, ग्यारह सोमवार अपने पति सहित निर्जला व्रत रहो, सब बिगड़े काम बन जायेंगे।’
‘महराज मेरा पड़ोसी शराब पीकर रोज आता है। और गलियॉ देकर रोज हड़काता है। मैं गरीब हूं। मुझे कई बार पीट भी चुका है । पुलिस मेरी एक नहीं सुनती मैं क्या करूं ,बहुत परेशान हूं ।’
“बेटा कोई बात नहीं, भगवान पर भरोसा रखो। रोज भजन-कीर्तन करो । ब्राह्मण को दान करो। तुम्हारे ग्रह शांत हो जायेंगे।फिर वह परेशान नहीं करेगा।’
महराज अपने भक्तो की शंकाओ का समस्याओं का समाधान कर रहे थे। तभी उस सभा में भगवा पार्टी के करिंदे नागिन डान्स करते हुए महराज के सामने आए और उन्हें भी पकड़ कर, नागिन डान्स कराते हुए रगड़ कर धो कर, नौ दो ग्यारह हो गये।
अब महराज रोते हुए पत्रकारों से कह रहे थे- कोई बात नहीं ईश्वर पर मुझे भरोसा है। देश की कानून व्यवस्था पर मुझे पूरा भरोसा है । मैं अपने अपमान का बदला नागिन डान्स की भगवा ब्रिगेड से लेकर रहूंगा।
सुरेश सौरभ
लखीमपुर खीरी