फूलों ने खुलकर खिलना छोड़ दिया, हमने भी कई दिनों से हँसना छोड़ दियाl हैं तो कई सारे मित्र दुनिया में हमारे, पर हमने भी सबसे मिलना छोड़ दियाl कहाँ तक याद करते रहें हम ही सबको, हमने भी अब यादों में जीना छोड़ दियाl मतलब निकाला है सबने हमसे […]
काव्यभाषा
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