मेरे मौला मेरे मुल्क़ को कुछ ऐसा बना दीजिए। जाति-पाति-धरम का भेद मिटा दीजिए॥ मेरा वतन जग में सबसे निराला रहे। कुछ ऐसी क़रामात करके दिखा दीजिए॥ भारत कभी शिक्षा की राजधानी रही थी। विश्वगुरु हमको फिर से बना दीजिए॥ यहाँ लूटमार-कपट बदनेकियां न रहे। इंसानों के दिल में इंसानियत […]
काव्यभाषा
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