ऐसे ना देखो ऐ सनम, हम दिवाने हो रहे हैं। पलकें जरा झपका लो, हम इनमें खो रहे हैं। ऐसे ना देखो…॥ जब से दिखे हो सनम, टूटे हैं हमारे सब भरम। सच कहूं तुम्हारी कसम, हम मस्ताने हो रहे हैं। ऐसे ना देखो…॥ ऐसे हुआ हुश्न-ऐ-असर, तुमको कहा […]
काव्यभाषा
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