बनाकर ताज शाहजहां ने, दुनिया को तोहफा दिया है। हर आशिक की यादों में, मुमताज को जिंदा कर दिया है॥ संगमरमर से तराशा है, मुहब्बत की निशानी को। जज्बातों से लिख दिया, प्यार की कहानी को॥ मिसाल ए मुहब्बत को, रूबरू-ए-दुनिया रख़ दिया है। हर आशिक की यादों […]
काव्यभाषा
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