भ्रूण किया गुहार ऐ माँ बड़ी मिन्नतो के बाद , विधाता ने दिया , तेरी कोख मे स्थान , माँ मुझे दे वरदान , कृपा कर जीने का । क्या तू मुझे देख नहीं सकती ? तो मुझसे क्या.?कोई ममत्व नहीं , क्यों….? क्रूर बन , करवाती हो भूण हत्या […]
काव्यभाषा
काव्यभाषा
1. पालन पोषण पेड़ प्रिय,परम्परा पितभाँति। पर्यावरण प्रतीत पर, पंछी पथिक पदाति।। 2. पौरुषपथ पहचान पुरु,पूत पेड़ प्रतिपाल। प्रतिघाती पर्यावरण, पातक पड़े पताल ।। 3. पल पल प्रण पूरा पड़े,पर्यावरण प्रदाह। पान पताशा पाहुना, पूजन पेड़ प्रवाह।। 4. पेड़ पर्वती पर्यटन, पथजलीय पतवार। परमेश्वर पति पार्वती,पर्यावरण प्रसार।। 5. पेड़ परिक्रम […]
मैंने उन्हें सर झुकाकर मेरा सलाम बता दिया.. हाल-ए-दिल उनको अपना तमाम बता दिया.. किसीने मुझसे पूछा, उसके होठ कैसे है…..?????? मैंने मुस्कुराकर मय-ए-जाम बता दिया……. किसीने मुझसे पूछा, उसके गाल कैसे है…..?????? मैंने हँसकर बस सुर्ख-ए-गुलाल बता दिया…. किसीने मुझसे पूछा, कैसा दिखता है वो…..?????? मैंने सच में शहजादा-ए-जहां […]
