बहुत छोटा सा मसला है मगर क्यों हल नहीं होता निगाहों से मेरी चेहरा तेरा ओझल नहीं होता ============================== दीवाने तो मिलेंगे बहुत तुमको पर समझ लेना हरेक लकड़ी का टुकड़ा जानेमन संदल नहीं होता ============================== भरी होकर भी बिल्कुल ही मुझे वीरान लगती है जिस महफिल में तू मेरे […]
काव्यभाषा
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