दीपो का दिवाली आयी है , दीप जगमगाते दिवाली आयी है , मीठे मीठे मिष्ठान लेकर आयी है , लाल, पीले, हरे , नारंगी लेकर आयी है , धरती के मिट्टी से दीप जलाएंगे , दुनिया मे प्रेम का मिलन कराएंगे , चक-मक दीपों का त्यौहार आयी है , दीपों […]

शक्ति स्वरूपा नारी हो तुम, तुमको शत शत करूं नमन। नारी जाति की शोभा हो तुम, हम सबकी प्रेरणा हो बस तुम। नारी नहीं है अबला जग में, ये साबित करके दिखलाई तुम। मनु छबीली हैं नाम तुम्हारे, करतब थे तुम्हारे न्यारे न्यारे। 14 बरस में ब्याह रचा कर, झांसी […]

आरती करो माँ श्री लक्ष्मी की। आरती करो माँ श्री लक्ष्मी की।। सागर से निकली हैं माता, कमल पुष्प पर सदा विराजें। नवल नित्य शोभा है माँ की, दोनों हाथ कमल-दल साजें। भक्तों पर सुख-संपदा लुटातीं, पोषणकर्ता हैं धरती की।। आरती करो माँ श्री लक्ष्मी की। आरती करो माँ श्री […]

बड़ी सोच का बड़ा है जादू, ये जादू कमाल कर जाता है। बड़ी सोच होती है जिसकी, वो जग में परचम लहराता है। अपनी निष्ठा और लगन से, वो असंभव को संभव करता है। डिगा ना पाए जिसको निराशा, आशाओं का ऐसा बांध बनाता है। ठोकरों से कभी ना बिखरे […]

शौर्य और पराक्रम की पहचान है चंबलघाटी, बीहड़ों के सौंदर्य वाली प्रसिद्ध है चंबलमाटी | आकर्षक कलाक्रतियाँ बिखेरती चंबल, धरापुत्र के हृदय को गुदगुदाती चंबल | ऐतिहासिक है मुस्कराती चंबल की कहानी, बड़ा निर्मल-शीतल अमृत सा चंबल का पानी | प्राचीन सभ्यता को समेटे चलचित्र सी चंबल, उमंग-उत्साह से हरदम […]

धर्म बड़ा है मानवता का मानवता का रखिए मान जो मानवता के पथ चले मिलता उसे आत्म सम्मान मानव प्रेम से ही जगत मे हो सकता है शांति का दान जो मानवता प्रेम के पथ चले मानवता धर्म उसी का महान जीवन सुखमय रहे उसी का पाता वही संतोष सुख […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।