तन मन में हमारे गौरैया, उमंग नई भर जाती है। फुदक फुदक गौरैया जब, पास हमारे आती है। नन्हे नन्हें पंखों वाली, कितनी प्यारी प्यारी है। हम सबके घर आँगन की, गौरैया शान हमारी है। चूँ चूँ का गाना गाकर ये, सबका दिल बहलाती है। जब गौरैया दाना चुगने, चौबारे […]
काव्यभाषा
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