बिना हिल मिलकर रहे , कोई परिवार नहीं बनता / बिना चर्चा के कोई, कभी समाधान नहीं मिलता / जिन घरो में माता पिता, को सामान देते है  / वो घर परिवार सदा ही स्वर्ग जैसा होता है / गुरु बिन ज्ञान किस को, कभी भी मिल नहीं सकता / […]

उत्तरायण मे  आ  गए  सूर्य  नारायण आज संकल्प  लो  सद्कर्म  का सफल  हो  हर  काज़ बडो  के  सम्मान  का बड़ा  अवसर  है  आज चरण छूकर उनके ले लीजिए आशीर्वाद मकर सक्रांति पर्व पर पात्र को  करते जो  दान सामाजिक समानता का वही बनते बड़ा प्रमाण ! #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन […]

बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल में पढ़ता था।मेरा एक दोस्त जो मेरे साथ ही पढता था। उसे साथ लेने मै अक्सर उसके घर जाया करता था। चूँकि स्कूल दूर थी,और रास्ते सूनसान होते थे तो हम दोनो एक दूसरे को साथ लेकर ही जाते थे । एक […]

माना कि मैं दूसरी थी, पर कृति तो माँ तेरी थी। याद है मुझे वो पैना औजार , जो मेरी कोमल सी देह को छुआ, और मैं डर कर सिकुड़ सी गई, मैं डर रही थी, ढूंढ रही थी तुम्हें, चाहती थी अपने दोनों हाथों में, समेट लो, सहेज लो […]

सतरँगी पतंग सी खुशियां जीवन मे छा जाएं। प्रेम की डोरी बढ़ती बढ़ती आसमां की बुलन्दी पाए। दमके सूर्य मकर रेखा में दिन का समय बढ़ाये मीठी लड्डू गुड़ तिल सा जीवन मधुर बनाएं। गतिमान ये जीवन परिवर्तित हरपल रहता है, रुको नही पथिक आगे बढ़ो चढ़ता सूरज कहता है। […]

क्या महागठबंधन तय करेगा देश की दिशा? आज कल देश के सभी छोटे बड़े टेलीविज़न चैनलों पर हो हल्ला होता हुआ दिखायी दे रहा है जोकि चुनावी मौसम के अनुसार आम बात है। क्योंकि, देश का वातावरण चुनावी मौसम में परिवर्तित हो रहा है। लगभग देश की सभी छोटी बड़ी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।