अभिभूत, आज बाबा साहेब आंबेड़कर का वह सबक याद आ गया जब उन्होंने कहा था हमारी शिक्षा मालिक पैदा करने लिए होना चाहिए नाकि नौकर। इतर हम नौकर बनने का पाठ पढ़ रहें तभी तो देश में मालिक नहीं नौकरों की बाढ़ आ रही है। आह्लादित भविष्यतर देश  को आजादी […]

देख समय ने पलटी खायी, मोबाइल के दर्शन भोर। साहुकार बंदिश में रहते, खुले डोलते डाकू चोर। पहले शहरों में बसती अब, कविता चली गाँव की ओर। अखबारों का युग बीता है, टीवी धुँधले होते आज। कथा कहानी पुस्तक पढ़ना, रीत बीत कर बिगड़े काज। वाट्स एप हर जन हर […]

हो ये नया साल ऐसा कि, इंसान इंसान का दुश्मन बने ना! किसी के बोले कड़वे शब्द, किसी पर खंजर बन तने ना!! किसी पुरुष के लांछन की, ना शिकार हो कभी कोई नारी! ना घुट-घुट कर जिए कोई, सुकूँ से बिता सके जिंदगी सारी!! ना कत्ल हो किसी का […]

ऐ विप्लव के वीर , तू शर संधान कर सधेगा हर लक्ष्य , बस तू कर्म का आह्वान कर जय तिलक लिये मस्तक पर प्रवृत्त हो प्रगति पथ पर हार को दे मात बस तू जीत का विधान कर ऐ विप्लव के वीर …. अर्णव सा हो वेग प्रचण्ड बाधाएं […]

जोश इतना इतनी  जवानी  मिली है शौर्य के उनके हमको कहानी मिली है शत शत  हमारा  नमन वीरों  को है खून में उनके कितनी रवानी मिली है हँसते हँसते जो चढ़ गए सूली पर भी आजादी उन्ही की मेहरबानी मिली है डर ना किसी का ,रौंद डाले गद्दारों को जवानी  […]

मेरे अास-पास के लोगों का कद हो गया उनके वास्तविक कद से कहीं अधिक ऊँचा विड़ंबना यह भी है वो नहीं जानते झुकना भी इसलिए मुझे ही करने पड़ेंगे अपने चौखट-दरवाजे उनके कद के अनुरूप ताकि बचाया जा सके रिश्तों को दुर्घटनाग्रस्त होने से #विनोद सिल्ला   जीवन परिचय   […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।