गुरु अगर न होते तो जग में राहें चुनना मुश्किल था गुरु न होते तो अर्जुन का अर्जुन बनना मुश्किल था गुरु के जैसा शुभचिंतक और न कोई दूजा है गुरवर के पावन चरणों को ईश्वर ने भी पूजा है शास्त्रों ने महिमा गाई है वेदों ने मान बढ़ाया है […]

भज ले कृष्ण कन्हैया सबको तू ही नाच नचाया रे हे गिरधर गोपाल तान ऐसा तुने क्यों सुनाया रे । अपनी धुन में रमा ले मुझको जनम सफल हो जयेगा तेरे नाम की माला से जग मे नाम कमायेगा वो मुरली वाले एक तेरा ही सहारा रे भज ले कृष्ण […]

प्रभु का जिसे भजन है करना। मन को सदा  सरल ही रखना। हर  भारतीय   जन  है  अपने। अब सिद्ध  होय सब के सपने। जननी धरा वतन नाज करें। हम  मानवीय  परिताप हरे। अरमान वीर  बलिदान करे। भगवान धीर  मम मान धरे। रथवान कृष्ण जब गीत कहे। मन मान पार्थ तब  […]

जब से मिली है नजरे । बेहाल हो रहा हूँ। तुम से मोहब्बत करने । कब से तड़प रहा हूँ।। कोई तो हमे बताये । कहाँ वो चले गए है । रातो की नींद चुराकर। खुद चैन से सो रहे है।। ये कम बख्त मोहब्बत । क्या क्या हमें दिखाए […]

1- माथ मुकुट बैठे शुभ आसन । हर घर पुजे जाएँ गजानन ।। 2- इनकी करुणा जिस पर बरसे । सुख से रहे सदा हिय हरषे ।। माँ सरस्वती को समर्पित 👏 3 – माँ शारद तेरी बलिहारी । देकर ज्ञान हरो तम भारी ।। 4 – जग में तेरी […]

वतन पर जो  फ़िदा  हो जाएंगा । मरकर भी वह जिंदा हो जाएंगा ।। मातृभूमि पर बलिदानी बंदे के लिए जन-जन गर्व से सजदा हो जाएंगा ।। गद्दारों का जीना  दुश्वार हो जाएगा । देशभक्ति  का रंग  घना हो जाएगा ।। रहेगी  भाईचारें  की  रंगत  चहुंओर तब सीना छप्पन इंच […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।