सोनभद्र के घने जंगलों के बीच आदिवासी बाहुल्य एक ऐसा गांव जहां मोबाईल में नेटवर्क पहाड़ पर चढ़े बिना नहीं पकड़ता, जहां शाम होते ही लोगों को पहाड़ पर जाने से मना कर दिया जाता था। गांव के लोगों का ऐसा मानना है की शाम के बाद रात में पहाड़ी […]
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दिल्ली | साहित्य संगम संस्थान दिल्ली द्वारा 22 अप्रैल 2019 दिन सोमवार को पृथ्वी दिवस विशेष ऑनलाइन वीडियो काव्य सम्मेलन रखा गया(दोहा मुक्तक) जिसमें छगनलाल गर्ग विज्ञ जी,शिवकुमार लिल्हारे अमन जी,अंजुमन मंसूरी आरजु जी,बाबा कल्पनेश जी,रवि रश्मि अनुभूति जी,राजेश कुमार तिवारी रामू जी,सरिता श्रीवास्तव जी,लता खरे जी,सरोज ठाकुर जी,अनिता मंदिलवार […]
