जब भी देखूँ कोई नज़ारा जुगनू दिल का हवा में उड़ता है फिर खुद की भी नही सुनता है जगमग रैन वो करता है ख़्वाव कितने बुनता है कभी बन कर सितारा फ़लक पर घर बनाता है चुराकर रंग फ़ज़ा के ज़िन्दगी में भर जाता है ख़्वावों से निकल कर […]
गरीबों से वोट अमीरों को टिकट कहां का न्याय है बता दीजिये…. चुनाव के समय गरीबों घर खाना फिर मुंह न दिखाना कहां का न्याय है बता दीजिए…. आधार के बदले पासपोर्ट क्यों न बांटे यह अधूरी पहचान कहां का न्याय है बता दीजिए…. हर नेता करोड़पति न डिग्री न […]
त्याग तपोमय रूप जगत का सत् अद्भुत शांति कुंज सी पुंज सकल छाया निकुंज इश्वर सम साकार विविध विधि करूणा उपहार जगत में विस्तृत फैले यश तेरा साकार ब्योम सा अंको मे लेले पावन रज की गंध सुगंधित कर दे जीवन परम पिता के अंको मे तू विह्वल खेले मर्यादा […]
किताबें! किताबें ज्ञान का भंडार होती हैं किताबों में छीपे रहते हैं अनगिनत अल्फाज, किताबें अज्ञानता को दूर करती हैं जरा इनसे मित्रता तो करो, किताबें बहुत कुछ देती हैं। किताबें! किताबें समुद्र जैसी होती हैं इनमें समाहित होते हैं बहुमूल्य रत्न किताबें दूर कर देती हैं समस्त समस्याओं को […]
काटजू ने अबकी बार निशाना बनाया हिन्दी कविता को* दिल्ली। उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति मार्कण्डेय काटजू और विवादित बयानों का पुराना नाता है। हर समय सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के उद्देश्य से काटजू उलूल जुलूल बयान देते रहते है। इस बार काटजू ने हिंदी कविता को निशाना बनाया। मार्कंडेय […]
*ज़ी करता है तुझे याद आऊँ अब* क्यूँ न हर पल तेरी आग़ोश में बिताऊं अब दिल के दाग जुदाई वाले तुझे मैं दिखाऊँ अब थक गई हूँ मैं तुझको याद करते करते हो ऐसा की मैं तुझको याद आऊँ अब. ख़्वाबों में मिलती रही तुझे मैं शामों सहर […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।