दोस्त आज कल के इस युग मे जहां एक इंसान दूसरे इंसान को कुछ नही समझता सिर्फ खुद को ही श्रेष्ठ कहता है। मैं सही और बाकी के सब गलत या में पढा लिखा बाकी के सब…../ पहले के समय मे जब राजाओ का शासन था तब राजदरबार में ऐसा […]
शास्त्रों में कहा गया है कि स्त्री माँ के रूप में गुरु होती है, स्त्री की उपमा माँ, बहन और पत्नी भी होती है माँ से बड़ा इस दुनिया में भगवान भी नहीं है बंगले, गाड़ी और एश की दुनिया में, माँ से बड़ा कोई सम्मान नहीं है खूब कमा […]
काशी,काबा, तीर्थ है माता, शुद्ध प्रेममयी स्नेहिल माता। माता से नाता अति अनुपम, सबसे प्यारी मधुरिम माता।। मृदु पुष्पों से भरी मृदुलता, दिनमणि जैसी भरी प्रखरता। गंगाजल–सी है माँ पावन, वाणी में अति भरी मधुरता।। माँ की गोद में देव भी विह्वल, मैया की ममता है अविरल। सागर–सी गहराई है […]
मन करता हैअलमस्त हो, मैं एक ऐसा गीत लिखुँ| गीत लिखुँ मनमीत लिखुँ ,मिट्ठे–मिट्ठे संगीत लिखुँ| जग उलझन से हो परे, मैं अपने मन का गान लिखुँ| जो जन इस जग में, अपने को जितना खोता है | मृगतृष्णा में खोकर वो, कब शांति से सोता है| जीवनभर […]
न याद कर तू दर्द भरे वो बीते हुए पल, वो समय असफलता का वह हारे हुए पल । वो धोखे जो किए तेरे संग इस दुनिया ने , वो छलावा जो किया तेरे संग तेरे अपनों ने। वो दर्द का समंदर जो उठा था जिंदगी में , वह यादें […]
माँ तुमसा कोई नही,, ना जाने कितनी रात तुम मेरे खातिर सोई नही,, अवगुण मेरे सिर्फ तुमको ही नही दिखते,, तुम्हारे सिवाय मेरा कोई ठोर नही।। मै भुखा होऊंगा शायद,, ये सोचकर ही भुख लगने पर भी खाती एक कौर नही,, टिका दरवाजे पर कान आहट मेरी पाने को,, इंतजार […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।