उसुल ईमान धरम सब बाजार हो गया सत्तापक्ष का गुलाम अखबार हो गया। जिसने रोते चेहरे पे कभी हंसी लाई नही पता नही वो कैसे क्या पत्रकार हो गया। जिंदगीभर रहे जिसके दो नम्बर के धंधे वो आदमी समाज का सरदार हो गया। साथ बैठ पुलिस के खाते पीते देखा […]
कदम से कदम मिलते चलो। देश के पर्यावरण को बचाते चलो। राह में जो भी मिले लोग। उन्हें पर्यावरण के बारे में बताते चलो। कदम से कदम……..।। अभी न बचाओगे, पर्यवरण को तो। बहुत देर फिर हो जाएगी। दिल से वृक्षारोपण करने का, जज्बा तुम जगाओ। इससे ही हरयाली आएगी, […]
वट सावित्री पूज कर,जो रखती उपवास। धन्य धन्य है भारती, प्राकत नारी आस।। ढूँढे पूजन के लिए, बरगद दुर्लभ पेड़। पथ भी दुर्गम हो रहे, हुई कँटीली मेड़।। पेड़ सभी है काम के, रखना इनका ध्यान। दीर्घ आयु होता सखे, वट का पेड़ महान।। पुत्र सरीखे पालिए, सादर तात समान। […]
फेसबुक की दुनिया ने देखो, ये कैसा गजब ढाया है! शाम को ही सोने वाले पप्पू को, सारी रात जगाया है!! फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होते ही, ये मैसेंजर में घुस जाते हैं! हाय, हेलो, कैसी हो डिअर, ये मैसेज की लाइन लगाते हैं! ना दे जवाब कोई लड़की, तो वीडियो […]
पानी ईश्वर का वरदान इसके बिना नही जहान पानी व्यर्थ न बहाइये इसकी कीमत समझ जाइये नल,टोटी जो खुली छोड़ते है पानी की बर्बादी नही रोकते है जहां पानी की कमी है वे वहां नजर घुमाकर देखें प्यास बुझाने के लिए जान पर लोगो खेलता देखे पानी सबको मिले ऐसा […]
उसके शहर से गुजरते हुए, मैं उसके वादे लौटा आया। जिस जगह वो मुझसे मिलती थी, वहाँ से अपने निशां मिटा आया। उसके शहर से गुजरते हुए, मैं हँसते हुए उसे विदाई दे आया। हँसते हुए अब जीवन जिये वो मैं आँशुओ को गले लगा आया। उसके शहर से गुजरते […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।