गोंदिया। साहित्य सत्संग मंडल, कटंगीकला द्वारा गणतंत्र दिवस का औचित्य साधकर स्नेहमयी मिलन हेतु भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन आगामी 31 जनवरी 2021 को दोपहर 2 बजे से किया गया है। उक्त कवि सम्मेलन लोधी समाज भवन, हिमांशु आइस फैक्टरी के पास, बालाघाट रोड, कटंगी कला, गोंदिया में संपन्न होगा। […]

हो जाती है हर किसी से कोई-ना-कोई नादानी आती है जब जीवन में खिलती हुई जवानी मोहब्बत भी लेती है पहली बार अँगड़ाई छूती है जब प्यार से जिस्म को तरुणाई पतझड़ का मौसम भी उसे लगता है सावन बहार बनकर आता है जिस किसी पर यौवन हर पल होता […]

ये कैसे सरकार आ गई देखो अपने देश में। खुद ही आग लगा रहे देखो भारत देश में। करना धरना कुछ नहीं बस अपास में लड़ना है। इसी का फायदा उठाकर जनता को मूर्ख बनाना है।। बैंको का पैसा लूटा दिया जो था देश की जनता का। पैसे लेकर भाग […]

तीसरी कसम फिल्म का हीरामन अपनी बैल गाड़ी हांकता हुआ किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच गया। उसके दिल्ली पहुंचते ही अन्य किसानों ने उसका जमकर स्वागत किया। हीरामन से कहा कि अच्छा हुआ हीरामन तुम दिल्ली आ गये। यहां तो सिर्फ बिहार के किसानों की कमी […]

तुम द्रष्टा बनकर रहना सीखो विचलित कभी न होना सीखो जो हो रहा है अच्छा हो रहा है इस सत्य को स्वीकारना सीखो दुःख सुख प्रारब्ध की देन है आते जरूर येन केन प्रकारेण है फिर दुःख सुख से घबराना कैसा मन को अस्थिर करना कैसा जो होना है वह […]

—————————————————————— बिहार के सीवान जिले के चैनपुर गांव के प्रतियोगी छात्र एवं युवा साहित्यकार रुपेश कुमार को ‘जैमिनी अकादमी, पानीपत’ से “भारत गौरव सम्मान – 2021” से गणतंत्र  दिवस 26 जनवरी 2021 को सम्मानित किया गया ! रूपेश भौतिक विज्ञान के छात्र होते हुए साहित्य में गहरी रुचि रखते है […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।