बिहार के सीवान जिले के चैनपुर गांव के भीष्म प्रसाद के पुत्र युवा साहित्यकार रुपेश कुमार को ‘विश्व जन चेतना ट्रस्ट भारत’ से “वगिश्वरी पुज्ज – 2021” सम्मान से बसंत पंचमी 17 फरवरी 2021 को सम्मानित किया गया ! रूपेश भौतिक विज्ञान के छात्र होते हुए साहित्य में गहरी रुचि […]

बहुत याद आए , बचपन प्यारा। सुन्दर सलोना , समय प्यारा प्यारा। ना सोने की चिंता। ना उठने जल्दी । ना काम कोई था, ना कोई भी जल्दी । वो गुड्डा गुड़िया की, शादी निराली। वो नाचना मस्ती में, बनके बाराती। वो गुल्ली डण्डा, साइकिल चलाना। वो खो-खो, कबड्डी, वो […]

जनपद आगरा की तहसील फतेहाबाद के गांव – रिहावली में यमुना नदी के तट पर स्थित मॉं कालिका मंदिर (आश्रम) आस्था का प्रमुख केंद्र है । प्राचीन समय से यहॉं श्रद्धालुओं की आस्था रही है और आज भी जस की तस बनी हुई है । काफी समय तक मंदिर का […]

कवि कला संगम परिवार व सुरभि साहित्य अकादमी के द्वारा वरिष्ठ साहित्यकार श्री ॠषिराज जी निमाड़े इन्दौर( खंडवा की माटी) का हरीगंज स्थित कार्यालय पर सम्मान किया गया। डॉ जगदीश चंद चौरे ने बताया कि श्री निमाडे खंडवा की माटी के कलाकार है, इन्हें संवाद साहित्यक सांस्कृतिक सामाजिक शोध संस्थान […]

मोदी है तो सब मुमकिन है,हो न जरा निराश, गैस चूल्हे चले जाएंगे,रहेंगे मिट्टी चूल्हे पास। रहेंगे मिट्टी चूल्हे पास,पेट्रोल गाडी चली जाएगी। दुबारा फिर तुम्हारे पास बैलगाड़ी चली आएगी । कह रस्तोगी कविराय,सुनो अंध विश्वासी मोदी। सब चीज मुमकिन है,कुछ समय रह गया मोदी। आर के रस्तोगी गुरुग्राम Post […]

सावन बीता भादो बीता लेकिन तुम ना आए पतझड़ बीता बसंत आया फिर भी तुम ना आए आते आते ना जाने तुम को कितने बरस लग जाए और तुम्हारे इंतजार में हम ही इंतजार बन जाए कभी-कभी लगता है जैसे कोई नहीं तुम मेरे लेकिन कभी-कभी लगता है कि तुम […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।