जीत की ही राह चली न हारती रही शान है वो हिन्द की भारती रहीं शक्ति के रूप में देखा है सभी ने मुश्किलों में दिन भी वो गुजारती रहीं माँ का वो बहन का वो भगवान रूप है होती रहीं पूजा कभी ,आरती रहीं बच्चों को पढ़ाया और सम्मान […]
श्री पंत और डॉ. दवे हिन्दी गौरव अलंकरण से होंगे विभूषित इंदौर। हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्ध ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ आज रविवार स्थानीय साउथ एवेन्यू हॉटल में दोपहर 3 बजे से हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह आयोजित करने जा रहा हैं। वर्ष 2021 के हिन्दी गौरव अलंकरण चयन समिति […]
हमारा है प्यारा बहुत देश जिसमें रहते हर धर्म के लोग ये हमारा हिंदुस्तान है..। जिसमें बसते सबके प्राण तभी तो करते सब प्यार ये हमारा हिंदुस्तान है..।। जहाँ अनेकता में एकता नजर आती है सदा ये हमारा हिंदुस्तान है..। मनाये मिलकर हर त्यौहार चाहे हो वो होली दीपाली ईद […]
संत रविदास जी है गुरुवर हमारे हो रहा गुणगान जिनका वो है प्यारे सत्य की जिसने सदा ही राह दिखाया तेरे बंदे आ गए है सब तेरे द्वारे संत रविदास….. माता गंगा से भी तुमने वरदान पाया मान कुल भी सदा तुमने बढ़ाया हर लिए दुःख जितने भी थे तुमने […]
जीव धरा पर जो भी आया है सब परमात्मा की माया जीवो पर जो हिंसा करते खुद भी दारुण दुःख भुगतते दया,करुणा,ममता जो करते मानवता की मिशाल वे बनते इसी मानवता को आगे बढाओ जीवन मे अहिंसा को अपनाओ जीवन दे नही सकते लेते क्यो हो परमात्म रचना उजाड़ते क्यो […]
आजाद थे, आजाद ही रहे, आंदोलन- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम संचालित करते रहे । न गोरों की पराधीनता स्वीकार की- चंद्रशेखर आजाद, लाल भारत मां के प्रिय रहे ।। मुकेश कुमार ऋषि वर्मा Post Views: 459
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।