शीत ओस द्वय हारे, पीत पुष्प देख भारे, ताक रहे भृंग प्यारे, कुसुम पलाश के। चाह रखे मधु पिएँ, कली संग फूल जिएँ, फाग राग चाह लिए, कामना हुलास के। मर्त्य जीव चाह रहे, सुखदा समीर बहे, प्रीति रीति कर गहे, संगिनी तलाश के। रस हीन गंध हीन, मानवी पलाश […]
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हिसार | कोरोना महामारी के संकट दौर के चलते लगभग एक वर्ष बाद समग्र सेवा संस्थान, सिरसा द्वारा श्री युवक साहित्य सदन, सिरसा में 28 फ़रवरी 2021 को आयोजित साहित्य विमर्श कार्यक्रम में चौदह पुस्तकों का लोकार्पण, चर्चा-परिचर्चा, समीक्षा प्रस्तुति, मान-सम्मान, गीत-संगीत आदि का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य […]