शहीदों को नमन करना हमारा फर्ज है यारों। जो भिड़ने मुल्क से आए उसे मिलकर के तुम मारो।। कभी अर्जुन बनोगे तुम,कभी *कृष्णा* बनोगे तुम, अगर जो कंस आ जाए सुदर्शन हाथ में धारो।। #कृष्ण कुमार सैनी”राज”, दौसा,राजस्थान मो. Post Views: 29
लोकहित करते चलो सबका हित सोचते चलो जिसके भी काम आ सको निमित्त उसके बनते चलो निस्वार्थ भाव अपनाते चलो सबको अपना बनाते चलो सभी आपको चाहने लगे ऐसा विश्वास बढ़ाते चलो प्रभु को साथी बनाते चलो याद मे उसकी चलते चलो जीवन मंजिल मिल जायेगी कदम से कदम बढ़ाते […]
कैसी थी कैसे खींचतान हो गई, मैं अब वीरों से वीरान हो गई । थी खुशियों की बौछार जहाँ, अब देखो खुला मैदान हो गई ॥ देख मानव का मानव से नृसंहार, लो मैं अब श्मशान हो गई ॥ कैसी थी कैसे खींचतान हो गई, मैं अब वीरों से वीरान […]
“ताजी हरी सब्जी ले लो” रोज की तरह सब्जी बेचने वाली मीना की आवाज़ अपने नियत वक्त पर मोहल्ले में गूँज उठी। नन्ही इशा झट से दरवाजे की ओर दौड़ पड़ी और मीना को रोकते हुए बोली- सब्जी वाली चाची रुकिये, रुकिये। इशा की माँ अनु ने मीना को जाने […]
उसने जब अपना बैग उतारा तो उसकी हलचल देख मुझे महसूस हो गया था कि वह बस से उतरने वाली है! उसने घर पर कॉल किया कि हम आ गए लेने आ जाओ! दिल उदास हो गया और निगाहें उस पर ही टिक गई थी , जाते जाते उसने इशारे […]
आदमी की पहचान- उनका स्वाभिमान हो. बड़ी खूबसूरत संरचना- है वो संसार की. रवि की रश्मियाँ लिये- बहती नदी की धार-सी. सदा बचा रहे सम्मान- जैसे रेत का निर्माण हो. सोना और निखरता जैसे- दहकते अंगारों के बीच. हाथ मलते रह जाते- कोयले बेसहारों-से नीच. बेइमानी की लपटें बूझती- अपने […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।