मत रुठ के यूँ बैठ समन्दर उदास है।। ऐ नदिया समंदर को तेरी ही प्यास है।। बलखाती तू मिलती है उसके जब गले, उस लम्हे की लिए हुए बैठा वो आस है। तेरे रुकने से रुक जाएंगे ये सारे नज़ारे, तेरे रूठने का ये रुका हुआ अहसास है।। कितना अजीब […]
मेरे दिल की हर बात समझती हो मेरे खयालात समझती हो तुमसे रिश्ता कोई गहरा है तभी मेरे जज्बात समझती हो रहूं खामोश तो मायूस तुम भी तो तुम मेरे हालात समझती हो आती नहीं नींद करवट बदलता हूँ कैसे कटती मेरी रात समझती हो आँखों में समाई है तस्वीर […]
जीवन सबका रेत समान फिर काहे का करों अभिमान फिसलता जाता सांसो स्वांस फिर खत्म हो जाती सब आस मिट्टी से जन्मा मिट्टी हो जाता सच मे हाथ कुछ भी न आता जो कर्म किये जीवन में अच्छे वही साथ निभाते सच्चे फिर समय क्यो गंवाता बन्दे एक एक पल […]
अनुभूति हुई है रात के सवा तीन बजे चांद आधा है… आसमान में तारे चुप है… वो दूर खडे़ दो टावर… जिन पर कोई लाल रंग की लाइट नहीं लगी है घर की छत से… धुंधले दिखाई पड़ रहे हैं… पास वाली गली में… एक बैल… ऊंघ रहा है… वो […]
देश के करोड़ों किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने अनाज की 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए हैं अर्थात सरकार उन अनाजों को अपने घोषित दामों पर खरीद लेगी ताकि किसानों को घाटा न हो। सरकार की घोषणा के मुताबिक किसान को उसकी उपज की लागत […]
इन्ही से आज ये श्रृष्टि अभी हैं। बेटी मात बहू बहिने सभी हैं। दुनिया का नाम रोशन किया। वीरांगना बन दर्शन दिया।। काम सारा यहा होता तभी हैं।। बेटी मात बहू बहिने सभी हैं।।1।। किस्मत तो सबकी होती हैं। फिर तो क्यों बेटी रोती हैं।। खुशियाँ चेहरों पर कभी कभी […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।