आसमान में लाली छाई प्रभा खिली यौवन में सूरज को दीपक दिखा सके जो हौसला हो बचपन में लिए लालटेन कदम बढ़ाती वो सूरज की ओर मन ही मन वो सोच रही है कितनी प्यारी भोर शायद मेरी लालटेन से फैला है उजियारा भर थैले में बंद कर दिया जग […]
जमाने मे कौन समझदार है जिसको भी देखो गद्दार है सरेआम घूमता गुंडा भी देखो हथकड़ी में जकड़ा कहां गिरफ्तार है पसीना भी ऐसे निकलने लगा है वक्त की तेज सबसे रफ्तार है लड़ाई ये झगड़े हड़तालों का खेल उदासीन बहुत ही ये सरकार है अमन चैन खोया ना शान्ति […]
हम तरफदार थे रिफ़ाक़त के। वो मआनी हुए रकाबत के। ~~ दर्से तहजीब क्या पढ़ायें हम, वो परस्तार खुद लियाक़त के। ~~ खुद ही शहतीर कूदकर आते, औहदेदां हैं जो क़यादत के। ~~ छल-फरेबों का बोलबाला है, अब ज़माने कहाँ सदाक़त के। ~~ जिनसे उम्मीद थी शराफत की, बीज बोते […]
भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक साम्राज्य रिलायंस इंडस्ट्री के मालिक मुकेश अंबानी भले ही दुनिया के चंद सबसे बड़े धनकुबेरों में शुमार हों, लेकिन सोशल क्रेडिबिलिटी अथवा सामाजिक-विश्वसनीयता के कुल जमा खजाने के मामले में वो रतन टाटा अथवा अजीम प्रेमजी जैसे उनसे उन्नीसे उद्योगपतियों से पीछे हैं। […]
आधुनिकता की होड़ मे लोक परम्परा बिसर गई परमात्म चिंतन छोड़ कर व्यर्थ सोच मे उलझ गई दुसरो की सोचते सोचते पूरी जिंदगी गुजर गई किया होता गर स्व चिंतन खिला होता तन और मन जो चले परमात्म मार्ग पर उनकी जिंदगी संवर गई। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ […]
गोंदिया। कविता लिखी नहीं जाती समय, परिस्थिति व वातावरण कवि मन को प्रेरित करता है और कलम कविमन के भावों को शब्दों के प्रवाह मेंं ढाल देती है जो कविता हो जाती है। कलरव कवि दम्पति शशि तिवारी व श्रीमती कमलेश तिवारी की कविताओं का ऐसा ही एक गुंजन है, […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।