मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के मतदाताओं का चुनावी माँग पत्र आचार्य श्री विद्यासागर अहिंसक रोजगार प्रशिक्षण केंद्र, विजय नगर, इंदौर, म.प्र. प्रदेश में प्रचलित शिक्षा पद्धति के प्रभाव में हम अपना लगभग सब कुछ खो चुके हैं। भारत का नाम, भारतीय संस्कृति, भारतीय भाषाएं, भारतीय जीवन मूल्य, भारतीय  व्यवसाय कुछ भी […]

जगदम्बे माता की हम वन्दना करते  हैं हम अर्चना करते  हैं आराधना करते  हैं । तू सबकी  दुलारी मां भक्तो की प्यारी मां तू जग की  जननी  है  कष्टों की  हरणी है तेरे  आशीषों से हम पुलकित  होते  हैं । नादान तेरे बच्चे  पर मन के  हम   सच्चे हम भोले- […]

नवरात्रि का आया प्यारा पावन त्यौहार, आओ पूजे माँ के नो रूपो को बारंबार, माँ दुर्गे को जिस द्वितीय रूप पूजा जाता है, वो रूप माँ का ब्रह्मचारिणी कहलाता है, सर्वव्याप्त है,सर्वश्रेष्ठ है,ना आदि और ना अंत है, माता रानी को कोई भी किसी सीमा में बांध ना पाया, इसलिए […]

इंसाँ हूँ ज़िन्दगी जो तुझे हँसता मिले दुआ  है  तुझे  कोई  फ़रिश्ता  मिले । इक घर खड़ा है इन दो काँधों पर या रब मुझे ईश्क़ ज़रा सस्ता मिले । सारा जहाँ घूम लिया फिर भी वहीं चल वहाँ जहाँ वखरा रास्ता मिले । आम होने से डरता है ये […]

एक देश था एक भेष था एक जान थी एक पहचान थी ईद थी दिवाली थी हर जगह सांझ थी भगाली थी। कितना सुंदर संसार था स्वर्ग जैसा जहान था लग गई इसे किसी की बुरी नज़र पड़ गई लकीरें लकीरों ने बना दिए फासले उम्रों के फासले न मिटने […]

शरद नवरात्र की बेला पर नवदुर्गा का आव्हान करूं अखंड ज्योति जलाकर तेरा मै गुणगान करूं हे शक्ति स्वरूपा प्रथम देवी जन मन स्तिथि बदल दो तुम कन्या भ्रूण हत्या न हो सके ऐसी व्यवस्था कर दी तुम कन्या जात पर जो  कुदृष्टि डाले उनकी दृष्टि ही हर लो तुम […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।